डूब कर मेहनत करो अपने आज पर ।
कल जब उभरोगे , सबसे अलग ही निखरोगे ।।
जिस कदर ,
जिस की कदर की ।
उस कदर ,
बे कदर हुए हम ।।
मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में
तू ज़रा हिम्मत तो कर ।
ख़्वाब बदलेंगे हकीकत में
तू ज़रा कोशिश तो कर ।।
बना कर दिए मिट्टी के जरा सी आस पाली है
मेरी मेहनत खरीदो यारो मेरे घर भी दीवाली हैं ।।
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